श्री घाटीवाले बाबाजी का लंगर हाल !!

डेरे में श्री श्री हंस दास जी के नियम अनुसार तीन टाईम भोजन की व्यवस्था है। भोजन बनाने के लिए अलग से लंगर हाल बनाया गया है। जिसमें सारा लंगर तैयार किया जाता है। लंगर बनाने के लिए लांगरी भी रखा गया है। बाकी सेवादार हैं । सुबह 7.00 बजे तक नाशता तैयार कर दिया जाता है और संगत को नाशता देने से पहले बनाये हुए लंगर का लंगर में ही धून साहिब को ओती लगाई जाती है । उसके बाद 8.30 बजे तक सभी को नाशता दे दिया जाता है और उसके बाद दोपहर के लंगर की तैयारी शुरू हो जाती है। दोपहर 12.00 से 12.30 बजे तक तैयार किये हुये भोजन का श्री धूना साहिब महराज जी को भोग लगाया जाता है। उसके बाद संगत को बरताया जाता है। उसके बाद रात का खाना 8.00 बजे तक दे दिया जाता है। श्री श्री हंस दास जी महाराज जी के नियमनुसार भोजन बनाने वालों को ईश्वर का भजन करते हुये भोजन बनाना चाहिए इससे खाने वालों को शान्ति प्राप्त होती है।

श्री श्री हंस दास जी महाराज जी की आज्ञा अनुसार श्री श्री जगत दास जी महाराज जी ने लगातार 60 साल तक लगातार लंगर का कार्यभार संभाल रहे हैं। उसके बाद 2002 से वो धूना साहिब की गद्दी पर विराजमान है।

मंत्र सिमरण करे -- मौक्श्र का मार्ग ।।